नई दिल्ली (एजेंसी) (AkhandBharatHNKP.Com)। देशभर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती मनाई जा रही है। वहीं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 121वीं जयंती भी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के राज घाट पर गांधी और विजय घाट पर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी राज घाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने शास्त्री को विजय घाट पर पुष्पांजलि दी। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन भी पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री को विजय घाट पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, गांधी जयंती प्रिय बापू के असाधारण जीवन को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिनके आदर्शों ने मानव इतिहास की दिशा बदल दी। उन्होंने दिखाया कि कैसे साहस और सादगी महान परिवर्तन के साधन बन सकते हैं। मोदी ने कहा कि गांधी सेवा और करुणा की शक्ति को लोगों को सशक्त बनाने का आवश्यक साधन मानते थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी, जिनकी जयंती भी आज है। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री एक असाधारण राजनेता बताया जिनकी ईमानदारी, विनम्रता और दृढ़ संकल्प ने भारत को मजबूत बनाया। प्रधानमंत्री ने कहा, लाल बहादुर शास्त्री अनुकरणीय नेतृत्व, शक्ति और निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक थे। जय जवान जय किसान के उनके आह्वान ने हमारे लोगों में देशभक्ति की भावना जगाई। वह हमें एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के प्रयास में प्रेरित करते रहते हैं।
स्वदेशी उत्पादों को खरीदना गांधी और शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वदेशी पर अत्यधिक जोर देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों द्वारा निर्मित उत्पादों को खरीदना गांधी और शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव है। गुजरात में 1869 में जन्मे गांधी को अपने युग का सबसे प्रभावशाली भारतीय माना जाता है क्योंकि उन्होंने सत्य और अहिंसा के माध्यम से देश के स्वतंत्रता आंदोलन को आकार दिया और दुनिया भर में उनके अनुयायी बने।

