पटना (एजेंसी) (AKHANDBHARATHNKP.COM)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार चुनाव को लेकर मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के युवा कार्यकर्ताओं से बातचीत की। इस दौरान उनहोंने कहा कि यह चुनाव बिहार के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने वाला है और युवा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस दौरान उन्होंने विपक्षी महागठबंधन को लठबंधन करार दिया है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार के मेरे युवा साथियों, आप सभी को भाई-दूज के पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएं। आज चित्रगुप्त पूजा का पावन दिन भी है, आज बहीखातों की पूजा भी की जाती है। आजकल देश में जीएसटी बचत उत्सव भी चल रहा है। मुझे पता चला है कि जीएसटी बचत उत्सव में बिहार के नौजवानों ने भी अपने लिए खूब खरीदारी की है। बाइक, स्कूटी पर जीएसटी कम होने का बिहार के युवा जबरदस्त लाभ उठा रहे हैं। त्योहारों की इस उमंग में छठी मईया की पूजा की तैयारी भी जोरो पर है। इन सबके साथ-साथ बिहार लोकतंत्र का महापर्व भी मना रहा है। ये बिहार की समृद्धि का नया अध्याय लिखने का चुनाव है। इसमें बिहार के नौजवानों की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए, बिहार के आप नौजवान साथियों के साथ संवाद का अवसर मिलना उतना ही आनंद देता है। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक है। राज्य में 6 और 11 नवंबर को दो चरण में 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे। वहीं, चुनाव का रिजल्ट 14 नवंबर को जारी किया जाएगा।
देश में विकास का महायज्ञ चल रहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगे कहा कि आज देश में विकास का महायज्ञ चल रहा है और बिहार भी इसमें कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। बिहार में हर एक क्षेत्र में, हर एक दिशा में काम हो रहा है। कहीं अस्पताल बन रहे हैं, कहीं अच्छे स्कूल बन रहे हैं, कहीं नए रेलवे रूट बन रहे हैं। इसका बहुत बड़ा कारण ये है कि देश और बिहार में एक स्थिर सरकार है। जब स्थिरता होती है, तो विकास तेज होता है। बिहार की एनडीए सरकार की शक्ति भी यही है। इसलिए आज बिहार का हर नौजवान उत्साह से कह रहा है – रफ्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर से एनडीए सरकार!
चुनावी आपाधापी के बीच सरदार पटेल को याद करना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि मैं बिहार के सभी नौजवानों से कहूंगा कि हर बूथ में सब नौजवानों को एकत्र करें और उस इलाके में जो बुजुर्ग लोग हों वो आकर जरा सबको पुरानी बातों को बताएं। वो जो विचलित करने वाले उनके अनुभव हैं, वो सभी नई पीढ़ी को बताने का कार्यक्रम बनाया जा सकता है। बिहार के सभी युवा कार्यकर्ताओं को एक और काम करना है। चुनाव की भागदौड़ रहेगी, छठ का महापर्व भी इसी बीच है। लेकिन, छठ के तुरंत बाद 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस है, देश के महान नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है। इस दिन Run for Unity होनी है। मैं तो कहूंगा कि हर गांव में कितनी ही चुनावी आपाधापी हो, लेकिन सरदार पटेल को याद करना चाहिए। बड़े शहरों में हर वार्ड में 15-20 मिनट, एकता दौड़ का आयोजन किया जाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा बेटे-बेटियों को इसमें जोडऩा चाहिए।
इन्हें युवाओं की चिंता नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि जो लोग अपने आप को गठबंधन कहते हैं, बिहार की जनता उनको लठबंधन कहती है। वो सिर्फ लठ चलाना और झगड़ा करना जानते हैं। लठबंधन वालों के लिए अपना स्वार्थ ही सबसे बड़ा है। इन्हें बिहार के युवाओं की चिंता नहीं है। दशकों तक देश और बिहार के नौजवान नक्सलवाद और माओवादी आतंक से पीडि़त रहे। लेकिन, इन लोगों ने आपको नहीं, बल्कि अपने स्वार्थ को हो प्राथमिकता दी। माओवादी आतंक से मदद लेकर ये लोग चुनाव भी जीतते रहे। बिहार को तबाह करने में नक्सलवाद-माओवादी आतंक ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। ये माओवादी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल कुछ भी खोलने नहीं देते थे और बने बनाए संस्थान को बम से तोड़ देते थे। ये उद्योगों को घुसने नहीं देते थे। इसलिए, इनके राज में विकास पूरी तरह चौपट हो गया था। मैं मानता हूं कि इन्होंने बिहार की दो पीढिय़ों के भविष्य बर्बाद किया है।

