
देहरादून (एजेंसी) (AkhandBharatHNKP.Com)। उत्तरकाशी Uttarkashi Disaster में आई आपदा को पांच दिन हो चुके हैं। अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ-साथ उत्तराखंड पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। Uttarkashi Disaster अभी तक 614 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।
उत्तरकाशी के धराली में 5वें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। 09 अगस्त की सुबह 90 से अधिक लोगों को आईटीबीपी ने मातली पहुंचाया है। धराली के आपदाग्रस्त लोगों के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने तीन ट्रक राहत सामग्री पतंजलि योगपीठ से रवाना की। Uttarkashi Disaster स्वामी रामदेव ने आपदा में सरकार के कार्यों की प्रशंसा की है। उत्तरकाशी के हर्षिल में आखिरकार जनरेटर पहुंच गया है। सुबह चिनूक हेलीकॉप्टर ने सफलतापूर्वक इसे ड्रॉप किया है। तीन दिनों से जनरेटर पहुंचाने की कोशिश जारी थी। महाराष्ट्र के सिंचाई एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन भी उत्तरकाशी पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि गंगोत्री में फंसे महाराष्ट्र के लगभग 200 लोगों में से 90 फीसदी को सुरक्षित निकाल लिया गया है और सभी सकुशल हैं। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार ने इस संकट को बेहतरीन तरीके से संभाला है।
रक्षाबंधन पर बहनें करती रही इंतजार
रक्षा बंधन के दिन मातली हेलिपैड पर पांच दिनों से एक बहन अपने भाई का इंतज़ार कर रही है। राखी नाम की एक महिला के माता-पिता और भाई धराली में रहते थे। 5 अगस्त के बाद से उनका कोई अता-पता नहीं है। भाई का होटल तबाह हो चुका है और राखी अब भी उम्मीद लगाए है कि वह Uttarkashi Disaster धराली पहुँचकर अपने परिवार से मिल पाएगी। बताया जा रहा है कि रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के पास डाट पुलिया के समीप पहाड़ी से भारी मलबा गिरा है। जिससे रास्ता जाम हुआ है। हालांकि किसी नुकसान की सूचना नहीं है।
Cloud burst in Dharali : उत्तराखंड में बादल फटने से आई बाढ़, मलबे में दबे कई लोग