राजीव रंजन सिंह ने पार्टी छोड़ते हुए गंभीर आरोप लगाए और कहा कि बीजेपी में परिवारवाद हावी हो गया है, जिससे योग्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्णयों में पारदर्शिता की कमी है और कुछ ही परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है।
बीजेपी ने 19 अक्टूबर को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसके बाद से पार्टी के अंदर असंतोष बढ़ता जा रहा है। राजीव रंजन सिंह ने कहा कि सूची में शामिल कई नाम ऐसे हैं, जिनका चयन परिवारवाद के आधार पर किया गया है। उन्होंने कहा, “मैंने पार्टी में ईमानदारी से काम किया, लेकिन अब बीजेपी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है।”