नई दिल्ली: वक्फ बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक के दौरान हुए हंगामे ने गंभीर मोड़ ले लिया है। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा कथित तौर पर कांच की बोतल तोड़कर समिति के अध्यक्ष की ओर फेंकने की घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस घटना के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसदों ने बुधवार को टीएमसी सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें लोकसभा से निलंबित करने की मांग की है।
घटना का विवरण
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और अन्य सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। आरोप है कि इस दौरान बनर्जी ने गुस्से में आकर कांच की बोतल तोड़कर समिति के अध्यक्ष की ओर फेंकी। इस घटना के बाद से पूरे राजनीतिक माहौल में हलचल मच गई है।
बीजेपी सांसदों की प्रतिक्रिया
पैनल में शामिल तीन भाजपा सांसदों ने इसे ‘अभूतपूर्व हिंसा’ करार दिया है। उन्होंने कल्याण बनर्जी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। भाजपा सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखते हुए इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और जांच पूरी होने तक बनर्जी को लोकसभा से निलंबित करने की सिफारिश की है।
सांसदों का कहना है कि इस तरह की घटना संसदीय मर्यादाओं के खिलाफ है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने जोर दिया कि यह न केवल एक हिंसात्मक कृत्य है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति भी अनादर प्रकट करता है।
टीएमसी का पक्ष
वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस घटना को गलत तरीके से प्रस्तुत किए जाने का आरोप लगाया है। पार्टी के प्रवक्ता का कहना है कि यह पूरी घटना भाजपा सांसदों द्वारा बढ़ा-चढ़ाकर पेश की जा रही है और कल्याण बनर्जी के खिलाफ साजिश रची जा रही है। टीएमसी ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि बनर्जी ने कोई भी जानबूझकर हिंसा नहीं की है।