जयपुर (एजेंसी)। बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन सिस्टम एक्टिव होने से राजस्थान के 6 जिले- जोधपुर, नागौर, पाली, अजमेर, सिरोही, जालोर में भारी बारिश हो रही है। शनिवार को अजमेर और टोंक में बाढ़ जैसे हालात हैं। कई इलाकों में पानी भर गया है।
शनिवार को कोटा, बारां, झालावाड़, अजमेर, बूंदी, राजसमंद और नागौर के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। अजमेर के दरगाह बाजार इलाके में शुक्रवार की रात तेज बारिश से कई लोग बह गए। राजस्थान में मानसून के इस सीजन में अब तक औसत से 109 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। राजसमंद में तालाब फूटने (बांध टूटने) से 3 स्कूली बच्चों सहित 7 लोग पानी के बहाव में फंस गए। जोधपुर के अरना-झरना क्षेत्र में डूबने से युवक की मौत हो गई। सीकर में 13 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई। राजस्थान में बारिश से हुए हादसों में बीते चार दिन में 23 लोगों की जान गई है।
बीते दिन से करीब 9 इंच हुई बारिश
लगातार बारिश के बाद अजमेर की आनासागर झील उफान पर है। स्थानीय निवासी पानी रोकने के लिए रेत की बोरियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। नगर निगम के चीफ इंजीनियर विनोद मनोहर ने बताया कि झील के एस्केप चैनलों से आने वाले पानी के कारण जलभराव हो रहा है। चैनल के गेट करीब 30 इंच तक खोल दिए गए हैं और जरूरत पडऩे पर इसे कम कर दिया जाएगा। कल से 8-9 इंच तक बारिश हो चुकी है।
बनारस में डूब गए मंदिर

उत्तर प्रदेश में भी नदी-नाले उफान पर हैं। काशी में गंगा के साथ वरुणा नदी में बाढ़ आ गई है। इसके किनारे डेंजर जोन में आने वाले करीब 30 हजार घरों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बाढ़ का पानी आने से पहले ही लोगों ने पलायन की तैयारी शुरू दी है। इस सीजन में देशभर में अब तक सामान्य से 9 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। हरियाणा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव बहुत ज्यादा बारिश वाले राज्य हैं।