कोरबा (AkhandBharatHNKP.Com)। कटघोरा वनमंडल Katghora Forest Division जंगली हाथियों का हॉटस्पॉट बन गया है। यहां 46 हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहा है। जिससे क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। Katghora Forest Division कटघोरा क्षेत्र के बंजारी गांव के पास हाईवे को पार करते 46 हाथियों का झुण्ड नजर आया है। इस घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी।
कटघोरा डीएफओ निशांत झा ने बताया कि Katghora Forest Division एतमानगर और आसपास के क्षेत्रों में यह झुंड पिछले कई दिनों से घूम रहा है। जिन पर निगरानी रखने के लिए विशेष ऐप का सहारा लिया जा रहा है। ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 85 गांवों में सजग सायरन सिस्टम लगाया गया है। जो हाथियों की आमद पर तुरंत अलर्ट जारी करता है। Katghora Forest Division इसके अलावा हाथी मित्र दल का गठन भी किया गया है, जिसमें वन विभाग के कर्मचारी, ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हैं, जो हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं और समय-समय पर लोगों को सतर्क करते हैं।
डीएफओ झा ने बताया की हाथी इस क्षेत्र में काफी लंबे समय से विचरण कर रहे हैं इस बात को ध्यान में रखते हुए मानव द्वंद ना हो इसके लिए विशेष नजर रखी जा रही है। ग्रामीण और वन विभाग की मदद से हाथी को जंगल की ओर खतरा गया है। वहीं वन विभाग के द्वारा नजर रखी गई है। Katghora Forest Division वहीं आसपास गांव में मुनादी भी कराई जा रही है। नेशनल हाईवे-130 पर एक बार फिर हाथियों का झुंड सड़क पार करता हुआ देखा गया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई और यातायात कुछ समय के लिए थम गया। हाथियों के इस झुंड में कई नन्हें बेबी एलिफेंट्स भी मौजूद थे, जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ भी जुटी हुई थी।
करंट की चपेट में आकर दंतैल की हुई थी मौत

बता दें कि कुछ दिनों पहले एक दंतैल विचरण करते हुए बैगामार के समीप जंगल में पहुंच गया। दंतैल धान की फसल से लहलहाते खेत में उतरता, इससे पहले ही करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गया। उसकी चिंघाड़ से आसपास खेतों की रखवाली कर रहे किसान सहम गए। वे भारी भरकम हाथी को जमीन पर पड़े देख घबरा गए। उन्होंने तत्काल वन विभाग को सूचना दे दी। वनकर्मी मौके पर पहुंचे, तब तक हाथी की मौत हो चुकी थी। यह खबर मिलते ही वन अफसरों में हड़कंप मच गया। बता दें कि मृत हाथी के शरीर पर एल्युमिनियम और लोहे का तार भी लिपटा था। अफसरों ने बारिकी से निरीक्षण किया तो पता चला कि किसी ने खेत में लगी धान की फसल को बचाने फेसिंग तार लगाया हुआ है। उसने 11 केव्ही विद्युत पोल से हुकिंग कर फेसिंग तार से जोड़ दिया है,जिससे फेसिंग तार में करंट का प्रवाह हो रहा था। करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से हाथी की मौत हुई थी।