नई दिल्ली (AkhandBharatHNKP.Com)। अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने indus water treaty सिंधु जल संधि में बदलाव को लेकर पाकिस्तान के पूर्व विदेशK मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भारत को दी गई ताजा चेतावनी की आलोचना की। indus water treaty पत्रकारों से बात करते हुए मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, अगर ऐसी बातें करते रहेंगे और हमारी खुफिया एजेंसी सनक गई, तो फिर एक के बाद एक ब्रह्मोस चलेगा।
भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती कहा कि हमने एक बांध बनाने के बारे में भी सोचा है जहां 140 करोड़ लोग पेशाब करेंगे। उसके बाद, हम बांध खोल देंगे, और सुनामी आ जाएगी। मुझे पाकिस्तान के लोगों से कोई शिकायत नहीं है। मैंने यह सब उनके (बिलावल भुट्टो) लिए कहा है। indus water treaty उनकी यह टिप्पणी सिंध सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बिलावल भुट्टो द्वारा दी गई चेतावनी के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने सिंधु नदी की धारा मोडऩे को पाकिस्तान के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता, खासकर सिंध पर हमला बताया था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंधु नदी पर जल परियोजना पाकिस्तान की जल सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है, और इस कदम को मई में एक सैन्य झड़प में भारत की हार से जोड़ा।
बिलावल ने पहले भी दी थी चेतावनी
यह पहली बार नहीं है जब बिलावल ने ऐसी चेतावनी दी हो। जून में उन्होंने पाकिस्तान की संसद में कहा था कि अगर सिंधु नदी के पानी का हिस्सा नहीं दिया गया तो देश युद्ध करेगा। indus water treaty भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद, अप्रैल में 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि यह समझौता कभी बहाल नहीं होगा।
असीम मुनीर ने दी थी नई परमाणु धमकी
इससे पहले, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भारत को एक नई परमाणु धमकी देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर भारत के अस्तित्व पर संकट आया, तो इस्लामाबाद अपने परमाणु शस्त्रागार का इस्तेमाल कर सकता है और अगर भारत ने पानी का प्रवाह पाकिस्तान की ओर मोड़ा, तो वह भारतीय बुनियादी ढांचे को नष्ट कर देगा। indus water treaty विदेश मंत्रालय ने असीम मुनीर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस नई परमाणु धमकी ने पाकिस्तान के परमाणु कमान और नियंत्रण की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर संदेह को और पुख्ता कर दिया है। साथ ही, यह भी कहा कि भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करता रहेगा।