रायपुर (AkhandBharatHNKP.Com)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने 9 दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले टोक्यो स्थित ऐतिहासिक असाकुसा मंदिर में पूजा-अर्चना की। टोक्यो का यह सबसे प्राचीन और प्रतिष्ठित मंदिर शांति और सामर्थ्य का प्रतीक माना जाता है। सीएम का जापान प्रवास सीएम ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की खुशहाली, समृद्धि और निरंतर प्रगति की कामना की। उन्होंने कहा कि यह मंदिर मानवता को शांति और शक्ति का संदेश देता है और यही भाव छत्तीसगढ़ की जनता की आकांक्षाओं में भी झलकता है।
सीएम का जापान प्रवास भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन भारत सरकार के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर है। इस ग्लोबल आउटरीच मिशन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ को वैश्विक निवेश मानचित्र पर स्थापित करना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए अवसरों को तलाशना है। 23 अगस्त को मुख्यमंत्री जापान में बसे प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे। उनके जरिये वे राज्य में छोटे-बड़े निवेश का प्रयास करेंगे। प्रवासी भारतीयों से संवाद के दौरान उन्हें यहां उपलब्ध संसाधनों के अलावा उद्योग नीति में किए गए संशोधन की जानकारी देंगे। ताकि वे अपने प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रेरित हों। विदेशी निवेश से अर्थव्यवस्था की गति बढ़ेगी।
ओसाका एक्सपो ब्रांड का करेंगे दौरा
सीएम का जापान प्रवास 24 अगस्त को मुख्यमंत्री ओसाका एक्सपो-2025 स्थल का दौरा करेंगे। आने वाले दिनों में ये छत्तीसगढ़ की अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग का बड़ा मंच होगा। इसमें राज्य की सांस्कृतिक और औद्योगिक ताकत दुनिया के सामने रखी जाएगी, जिससे पर्यटन और वैश्विक पहचान को बल मिलेगा।
दक्षिण कोरिया में औद्योगिक दिग्गजों से संवाद
सीएम का जापान प्रवास 28 अगस्त को मुख्यमंत्री दक्षिण कोरिया में रहेंगे। वहां मुख्यमंत्री कोरिया इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन(केआईटीए)के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। केआईटीए हजारों कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है। इस बैठक के जरिये छत्तीसगढ़ में मशीनरी, टेक्सटाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में बड़े निवेश का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री हुंडई मोटर स्टूडियो का दौरा करेंगे। हुंडई जैसी कंपनियों के सहयोग से छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग का नया केंद्र बन सकता है। इससे राज्य में तकनीकी प्रशिक्षण, नई नौकरियों और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े अवसर खुलेंगे।

