नई दिल्ली (एजेंसी) (AkhandBharatHNKP.Com)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। उन्होंने हेलिकॉप्टर से कुल्लू, मंडी और चंबा में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद धर्मशाला में आपदा को लेकर एक बैठक की, जिसमें अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्हें नुकसान की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने 1500 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया।
मीटिंग में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी बैठक में मौजूद रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मंडी, कुल्लू और चंबा जिले के 18 प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी आपबीती सुनी। उन्होंने एक साल की नितिका से भी मुलाकात की, जिसके माता, पिता और दादी की 30 जून को मंडी में बादल फटने से आई बाढ़ में मौत हो गई थी। प्रधानमंत्री ने नितिका को पहले टॉफी दी और फिर उसे गोद में उठा लिया।
पीएम को परोसे गए हिमाचली व्यंजन
हिमाचल दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ी परंपरा और संस्कृति से जुड़े खास व्यंजनों का स्वाद चखा। उन्हें जो हिमाचली थाली परोसी गई उसमें कांगड़ी और मंडयाली व्यंजन थे। पारंपरिक थाली में प्रधानमंत्री मोदी को गुच्छी, लिंगड़ी, चना पनीर मद्रा, अरबी का पलड़ा, यलो दाल, सॉते वेज, सेपू वड़ी, पटरोडु और खासतौर पर बथुआ की खीर परोसी गई।
बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ खड़ा है केंद्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत सरकार प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। बाढ़ और भूस्खलन के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली से हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”भारत सरकार इस दुखद घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
मन की बात : प्राकृतिक आपदाएं ले रहीं परीक्षा- प्रधानमंत्री मोदी