नई दिल्ली।(एजेंसी) अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर सामने आईं मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर अमेरिकी अधिकारी ने सावधान रहने की सलाह दी है। यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड की अध्यक्ष जेनिफर होमेंडी ने कहा, जो बातें सामने आई हैं वो सिर्फ अटकलें लगाने वाली हैं। भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने अभी अपनी शुरुआती रिपोर्ट जारी की है। इस तरह की जांच में समय लगता है।
होमेंडी की यह टिप्पणी अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को लेकर है। तीन दिन पहले जारी इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि विमान के कैप्टन सुमीत सभरवाल ने इंजनों में फ्यूल की सप्लाई रोकी थी। यह खुलासा दोनों पायलटों के बीच बातचीत की कॉकपिट रिकॉर्डिंग से हुआ है। वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चला कि बोइंग विमान उड़ा रहे को-पायलट क्लाइव कुंदर ने कैप्टन सुमीत सभरवाल से पूछा, आपने फ्यूल स्विच को ऑफ़ पोजिशन में क्यों कर दिया? सवाल करते समय को-पायलट हैरान थे। उनकी आवाज में घबराहट थी, जबकि कैप्टन सुमीत शांत लगे।
भारत ने भी पायलटों की बातचीत सार्वजनिक की थी इससे पहले एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो ने 12 जुलाई को प्लेन क्रैश पर अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट जारी की थी। इसमें बताया था कि फ्यूल स्विच अचानक ऑफ पोजिशन में चले गए थे, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए। हालांकि, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि फ्यूल स्विच कैसे बंद हुए। रिपोर्ट में बताया कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर पर एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए सुना गया कि उसने फ्यूल क्यों बंद कर दिया। दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया।
बोइंग-787 विमानों के फ्यूल स्विच में खराबी नहीं
एअर इंडिया ने 16 जुलाई को अपने बोइंग-787 सीरीज के सभी विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर की जांच पूरी होने की जानकारी दी। एयरलाइन कंपनी ने अपने पायलटों को भेजे एक मैसेज में बताया कि जांच के दौरान फ्यूल स्विच में कोई खराबी नहीं पाई गई। कंपनी ने बताया कि सभी बोइंग-787 विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल भी बदले गए हैं। फ्यूल कंट्रोल स्विच, ञ्जष्टरू का एक अहम हिस्सा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने 14 जुलाई को सभी एयरलाइन कंपनियों को 21 जुलाई तक बोइंग-737 और 787 सीरीज के सभी विमानों में फ्यूल स्विच की जांच करने के निर्देश दिए थे।