भारत ने एशियन हॉकी चैंपियनशिप ट्रॉफी के फायनल में चीन को 1-0 से हराकर लगातार दूसरी बार व कुल पांच बार इस ख़िताब को जीतकर एशिया में अपना दबदबा बनाए रखने में सफल रहा है। इस जीत के लिए भारतीय खिलाड़ियों को मैदान में काफ़ी पसीना बहाना पड़ा क्योंकि चीन से उसे जमकर चुनौती मिली।
चीन ने भारत को हराने के लिए जिस तरह की रणनीति बनाई, उसमें वह किसी हद तक कामयाब भी रहा। पर भारत आख़िरकार विजयी गोल जमाने में सफल रहा। मैच के आखिरी क्वार्टर में डीप डिफेंडर जुगराज सिंह ने हरमनप्रीत सिंह की मदद से गोल दाग कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी।
मैच का पहला हाफ बिना किसी गोल के रहने पर भारत पर दबाव बढ़ता जा रहा था। वह पहले हाफ में गोल जमाने का हर तरीका अख्तियार कर चुके थे।पर सफलता मिलने का नाम ही नहीं ले रही थी। इस कारण भारत ने तीसरे क्वार्टर में लंबी दूरी से गेंद को सर्कल में खड़े अपने खिलाड़ियों को पास देकर डिफलेक्शन से गोल भेदने का प्रयास किया। इस ज़िम्मेदारी को हरमनप्रीत सिंह और मनप्रीत सिंह ने संभाला। वह अपने फारवर्डों को कुछ नपे-तुले पास देने में सफल भी रहे। पर फारवर्ड गेंद को सही से डिफलेक्ट करने में असफल रहे।
आखिरी क्वार्टर में चीन का भारत के 34 के मुकाबले 66 प्रतिशत गेंद पर कब्ज़ा रहा । चीन ने आखिरी साढ़े चार मिनट के खेल में तो अपने गोलकीपर को हटाकर हमलों में पूरी जान लगा दी थी। इस क्वार्टर में भारत का गेंद पर कब्ज़ा कम रहने की वजह भारत का गोल जमाने के बाद बचाव पर ध्यान देना था और वह अपने इस मकसद में कामयाब रहा। भारत अगर चीन के गोल पर गोलकीपर नहीं होने का फायदा उठाकर दूसरा गोल जमाने का प्रयास करता और इसमें सफल हो जाता तो वह चीनी रणनीति की हवा निकाल सकता था। पर उसने बचाव पर ज़ोर देने का ही फैसला किया। इस तरह भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी चैंपियनशिप के फायनल में चीन को 1-0 से हराकर लगातार दूसरी बार ख़िताब पर कब्ज़ा किया ।
विजयी गोल जुगराज ने जमाया
वैसे तो डीप डिफेंडर जुगराज का यह इस चैंपियनशिप का दूसरा गोल था. यह उनका मैदानी गोल था, जिसके लिए वह नहीं जाने जाते हैं। भारत के फारवर्डों और हाफ लाइन के खिलाड़ियों के गोल जमाने में असफल रहने पर डीप डिफेंडर की हरमनप्रीत सिंह और जुगराज सिंह की जोड़ी ने आखिरी क्वार्टर का आठ मिनट का खेल बाकी रहने पर मोर्चा संभाला। हरमनप्रीत सिंह सर्कल के बाएं से गेंद को लेकर अंदर घुसे। वह दो डिफेंडरों को छकाकर गोल पोस्ट के किनारे तक गए और गेंद को गोल पोस्ट के सामने माइनस किया और वहां मौजूद जुगराज सिंह ने करारे शॉट से गेंद को गोल पोस्ट में डाल दिया.