नई दिल्ली: सरकारी स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने सितंबर तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 98.6% की भारी गिरावट दर्ज की है। रिफाइनरी और मार्केटिंग मार्जिन में कमी के चलते कंपनी का लाभ एक साल पहले के 12,967.32 करोड़ रुपये के मुकाबले अब केवल 180.01 करोड़ रुपये रह गया है।
अप्रैल-जून की अवधि में 2,643.18 करोड़ रुपये की कमाई की तुलना में यह लाभ क्रमिक रूप से भी घटा है। आईओसीएल ने बताया कि घरेलू रसोई गैस एलपीजी को सरकार द्वारा नियंत्रित कीमतों पर बेचने के कारण उसे 8,870.11 करोड़ रुपये की अंडर-रिकवरी झेलनी पड़ी। इसके साथ ही, कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में बदलने पर कंपनी को केवल 4.08 डॉलर प्रति बैरल की कमाई हुई, जबकि पिछले साल यह 13.12 डॉलर प्रति बैरल थी।
आईओसीएल के डाउनस्ट्रीम ईंधन खुदरा कारोबार से कर-पूर्व आय भी जुलाई-सितंबर 2023 में 17,755.95 करोड़ रुपये से घटकर 10.03 करोड़ रुपये रह गई। अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में नरमी के चलते परिचालन से राजस्व भी 2.02 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.95 लाख करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल, आईओसी और अन्य सरकारी स्वामित्व वाली ईंधन खुदरा कंपनियों ने लागत में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखा था, जिसके कारण उन्हें असाधारण लाभ हुआ था।