
देवघर (AkhandBharatHNKP.Com)। सावन के महीने में करोड़ों की संख्या में शिवभक्त Kanwar Yatra में भाग लेते हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोग झारखंड में स्थित ज्योतिर्लिंग वैद्यनाथ धाम भी पहुंचते हैं। मंगलवार की सुबह झारखंड के देवघर से बासुकीनाथ जा रही कांवडिय़ों से भरी बस सरठ के पास हादसे का शिकार हो गई। हादसे में छह कांवडिय़ों की मौत हो गई है, जबकि करीब 26 घायल हैं। हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्यों में जुट गया। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम ने घायलों को तत्काल देवघर सदर अस्पताल और बासुकीनाथ उपस्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल कांवडिय़ों को रांची रेफर किया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि Kanwar Yatra में कांवडिय़ों को ले जा रही बस गैस सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक से टकरा गई। ये हादसा तड़के करीब 4 : 30 बजे मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास हुआ है। इस हादसे को लेकर पहले दुमका जोन के महानिरीक्षक ने बताया था कि इस हादसे में कम से कम 5 कांवडिय़ों की मौत हुई है। वहीं, यातायात पुलिस उपाधीक्षक लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि दुर्घटना में कम से कम नौ लोगों की मौत हुई है। अब भाजपा नेता और क्षेत्र के सांसद निशिकांत दुबे ने पुष्टि की है कि इस हादसे में 18 कांवडिय़ों की मौत हो गई है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा- मेरे लोकसभा के देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बाबा बैद्यनाथ जी उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
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मृतकों में 4 बिहार के रहने वाले
पुलिस के मुताबिक, बस ड्राइवर को झपकी आ जाने के कारण हादसा हुआ। टक्कर के बाद ड्राइवर सीट समेत सड़क पर गिर गया, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही 3 महिला कांवडिय़ों की घटनास्थल पर जान चली गई। 6 मृतकों में 4 बिहार के हैं। इनमें बेतिया की दुर्गावती देवी (45), पटना की संता देवी, गयाजी से सुमन कुमारी और वैशाली के पीयूष कुमार (19) हैं। ड्राइवर सुभाष तूरी (30) देवघर का रहनेवाला था। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बस से घायल कांवडिय़ों को निकाला और मोहनपुर थाने की सूचना दी।
गांव वाले मदद करते तो मेरी पत्नी बच जाती
घायल कांवडि़ए सुनील कुमार ने कहा कि अचानक सड़क पर बड़ा पत्थर आ गया। इससे चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और बस ईंटों के ढेर से टकरा गई। मैं किसी तरह बस से निकल गया, लेकिन मेरी पत्नी सुमन कुमारी बस में एक घंटे तक फंसी रही, हमारी किसी ने मदद नहीं की। अगर, समय पर मदद होती तो मेरी पत्नी भी बच जाती।
सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए
एक अन्य स्थानीय महिला ने कहा कि यह जगह बेहद खतरनाक है। यहां कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है और न ही चेतावनी बोर्ड। अगर, सरकार ने पहले से ध्यान दिया होता तो ये जानें बच सकती थीं। घटनास्थल पर पहुंचे एक दुकानदार विजय मंडल ने बताया, बस की रफ्तार बहुत तेज थी, इससे हादसा हो गया। हमें प्रशासन को पहले ही बताया था कि सावन में इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए।
पीएम मोदी, राज्यपाल और सीएम ने दुख जताया
पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा Kanwar Yatra झारखंड के देवघर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति दे। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्यपाल ने कहा कि बस दुर्घटना में कई श्रद्धालुओं के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोले श्रद्धालुओं की मृत्यु की सूचना मिली है। जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य के साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।