वॉशिंगटन (एजेंसी) (AkhandBharatHNKP.Com)। रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अलास्का में मुलाकात की। उनके बीच यूक्रेन जंग खत्म करने पर करीब 3 घंटे मीटिंग हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने सिर्फ 12 मिनट की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी बैठक बहुत सकारात्मक रही। हमने कई बिंदुओं पर सहमति जताई, लेकिन कोई डील नहीं हुई। कोई समझौता तभी होगा जब वह अंतिम रूप लेगा। ट्रम्प ने इस बैठक को 10 में से 10 अंक दिए। वहीं, पुतिन ने कहा कि उनके लिए रूस की सुरक्षा सबसे जरूरी है। उन्होंने अगली मीटिंग मॉस्को में करने का सुझाव दिया। अपनी बात कहने के बाद दोनों नेता मंच से तुरंत चले गए। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि मीटिंग के बाद वाशिंगटन लौटते समय ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से लंबी बातचीत की। हालांकि, जेलेंस्की ने ट्रम्प-पुतिन की मुलाकात पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। अलास्का में बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन को अपने शक्ति प्रदर्शन का अहसास कराया। पुतिन एंकरोज के एल्मेडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य बेस पर जब ट्रंप से मिल रहे थे तो उनके सिर के ऊपर से अमेरिकी लड़ाकू विमान बी-2 बॉम्बर गुजरे। इसके बाद पुतिन ने आसमान की ओर देखा। बी-2 बॉम्बर विमान हवाई सुरक्षा में प्रवेश करने तथा कठोर लक्ष्यों पर सटीक हमला करने में सक्षम है। अमेरिका ने ईरान पर इसी लड़ाकू विमान से हमला किया था।
ट्रम्प ने किया पुतिन का इंतजार
ट्रंप ने जहां एक ओर पुतिन को अपनी शक्ति का अहसास कराया तो दूसरी ओर उनके स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ी। अलास्का एयरबेस पर पुतिन के लिए खास रेड कारपेट बिछाया गया था। ट्रंप ने यहां काफी देर पुतिन का इंतजार भी किया। इससे पहले जब पुतिन अपने विमान से उतरने वाले थे तो अमेरिकी सैनिक घुटने के बल बैठकर उनके लिए रेड कारपेट सही करते नजर आए। यूक्रेन की स्टेट एजेंसी फॉर रेस्टोरेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के पूर्व प्रमुख मुस्तफा नईम ने तस्वीर पोस्ट की और लिखा कि घुटने टेकने को फिर से महान बनाओ। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें पुतिन ने एक समझौते की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे यूक्रेन में शांति आ सकती है, हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। वहीं ट्रंप ने कहा कि पुतिन के साथ बातचीत में काफी प्रगति हुई है। दोनों नेताओं ने पत्रकारों के सवालों के जवाब नहीं दिए।
ट्रंप राष्ट्रपति होते तो नहीं होता यूक्रेन युद्ध : पुतिन
संयुक्त प्रेस वार्ता में पुतिन ने कहा कि जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता तो मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। मुझे भी यकीन है कि ऐसा नहीं होता। पुतिन ने यह भी खुलासा किया कि मैंने 2022 में पिछली अमेरिकी सरकार के साथ आखिरी बातचीत में यह साफ तौर पर कहा था कि स्थिति को प्वाइंट ऑफ नो रिटर्न यानी युद्ध की ओर नहीं ले जाना चाहिए। मैंने तब सीधे तौर पर कहा था कि ऐसा करना बहुत बड़ी गलती होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वार्ता को बहुत अच्छा बताया। एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि यह मुलाकात बहुत गर्मजोशी भरी रही। पुतिन एक मज़बूत इंसान हैं, वह इन सब मामलों में बेहद सख़्त हैं, लेकिन यह मुलाकात दो बेहद अहम देशों के बीच बहुत गर्मजोशी भरी रही। मुझे लगता है कि हम समझौते के काफी करीब हैं। अब देखिए, यूक्रेन को इसके लिए राजी होना ही होगा। अगर दोनों पक्ष राजी हो जाते हैं तो दोनों देश हर सप्ताह हजारों मौतों को रोक सकते हैं।
पुतिन को ट्रम्प ने सौंपा मेलानिया का पत्र
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप का पत्र सौंपा। इसमें यूक्रेन और रूस में बच्चों की दुर्दशा का मुद्दा उठाया गया था। उनके पत्र में युद्ध के दौरान बच्चों के अपहरण का उल्लेख था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम देख सकते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी सरकार यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले की जड़ों को समझने की कोशिश की है, जो हमारे लिए अहम है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की स्थिति रूस की सुरक्षा के लिए एक मूलभूत खतरा बन गई है। लेकिन अगर युद्ध को स्थायी रूप से खत्म करना है तो संघर्ष के मूल कारणों को दूर करना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि हम कई बार कह चुके हैं कि रूस की वैध सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए और यूरोप तथा पूरी दुनिया में सुरक्षा का एक न्यायसंगत संतुलन बहाल किया जाना चाहिए। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुतिन ने संकेतों में ट्रंप को रूस आने का न्यौता भी दिया।
Trupm Tariff : किसानों और पशुपालकों के हितों से नहीं करेंगे समझौता : प्रधानमंत्री मोदी

