चंडीगढ़ (एजेंसी) (AkhandBharatHNKP.Com)। पंजाब में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। बांधों से पानी छोडऩे के कारण पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का में बाढ़ आ गई है। गुरदासपुर के दबुरी स्थित नवोदय विद्यालय में 400 से ज्यादा स्टूडेंट्स और टीचर्स बाढ़ में फंस गए हैं। स्कूल के ग्राउंड फ्लोर पर 5 फीट पानी भर गया है। बच्चों को फस्र्ट फ्लोर पर रखा गया है। वहीं घरों को भी नुकसान पहुंचा है। लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं। हजारों एकड़ भूमि, फसलें, नदियों के किनारे बसे गांव डूब चुके हैं।
पंजाब के गुरदासपुर के बुगना, गहलरी, नौशहरा, बाऊपुर, मंसूरा आदि गांवों में घरों में छह-छह फुट तक पानी भर गया है। लोग घरों की छतों पर फंसे हैं। बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में पठानकोट, होशियारपुर, गुरदासपुर, कपूरथला, तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर शामिल हैं। तरनतारन और अमृतसर में भी हालात खराब होते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में पौंग बांध और रणजीत सागर बांध का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। हालात बेकाबू होते देख पंजाब पुलिस के साथ सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का भी सहारा लिया गया है।
सरकार ने बचाव कार्य जारी रखने दिया निर्देश
फिरोजपुर में सतलुज दरिया में आई बाढ़ के चलते ममदोट में बीएसएफ की चेक पोस्ट ओल्ड गजनी वाला और फिरोजपुर में बीएसएफ की चौकी सतपाल पानी की चपेट में आ गई है। पानी ने इन्हें चारों तरफ से घेर लिया है। आसपास के गांव भी पानी की चपेट में आ गए हैं। लोग वहां से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचने लगे हैं। अब बीएसएफ मोटर बोट के जरिए सरहद की चेकिंग में लगी हुई है। पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। साथ ही राहत और बचाव कार्य जारी रखने के लिए स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारियों को 24 घंटे जमीनी स्तर पर डटे रहने के आदेश दिए गए हैं।
राजस्थान : अजमेर में बारिश ने मचाई तबाही, घरों में भर गया पानी